कोलकाता के पार्कस्ट्रीट में अन्ना हजारे के समर्थन में स्कूली बच्चों ने एक दिन का उपवास रखा।
श्रीनगर के शेर ए कश्मीर पार्क में पैंथर्स पार्टी के लोग जमा हुए और उन्होंने अन्ना के समर्थन में नारेबाजी की
पटना में भारी बारिश के बीच कारगिल चौक पर लोगों ने अन्ना के समर्थन में धरना दिया
तस्वीरें तीन नजारा एक
कोलकाता, श्रीनगर और पटना की तस्वीरें बताती हैं कि अन्ना के साथ स्कूल के बच्चे हैं सियासी पार्टियां हैं और आम लोग हैं। लेकिन ये तस्वीरें सिर्फ इतना ही नहीं बतातीं।
तस्वीरें बताती हैं कि अहमदाबाद से बेंगलुरू तक गोरखपुर से रायपुर तक अन्ना का आंदोलन लोगों को अपनी ओर खींच रहा है। अब सवाल है क्यों। दरअसल अन्ना को पता हो न हो, वो इस वक्त सबसे बड़े शो बन चुके हैं। 120 करोड़ के इस देश में टीवी पर रेडियो पर, फेसबुक पर ट्वीटर पर चौबीसों घंटे जारी है द ग्रेट अन्ना शो । 1998 में आई हॉलीवुड की फिल्म द ट्रूमन शो की तरह का एक ऐसा अनोखा अद्भुत रियलिटी शो जिसके किरदार को भी नहीं मालूम कि वो महज एक शख्स नहीं एक किरदार है जो हजारों कैमरों की रोशनी में दुनिया भर में चौबीसों घंटे लाइव है। वो नहीं जानता कि वो लाखों लोग जिसे उसने कभी नहीं देखा, और वो लाखों लोग जिनसे वो शायद कभी नहीं मिलेगा उसकी जिन्दगी के एक एक पल को सिर्फ देख और महसूस नहीं कर रहे वो उसे हर पल जी रहे हैं। वो नहीं जानता कि उसका सोना खबर है, उसका जागना खबर है। वो नहीं जानता कि वो हर पल खबर बन रहा है, वो हर पल खबर बना रहा है।
देश भर में अन्ना के नाम पर जमा लोगों की ये भीड़ उन लोगों की नहीं है जिन्होने जिन्दगी में रिश्वत न देने की कसम खाली है, ये तस्वीर उन लोगों की है जिनकी रगों में द ग्रेट अन्ना शो हर पल रोमांच भर रहा है। ये तस्वीरें बताती हैं कि हम भारत के लोग सिर्फ क्रिकेट और बॉलीवुड के बारे में एक सी राय नहीं रखते। करप्शन भी हम सबकी साझी याद्दाश्त में रच बस गया है। ये वो रिसता नासूर है जिसकी टीस को महसूस करने के लिए कहीं और जाने की नहीं बस अपनी रूह में झांकना ही काफी है।
द ग्रेट अन्ना शो इस वक्त का सुपरहिट शो है जिसे देखने को ,और इस शो में किरदार बनने को 55 लाख से ज्यादा लोग बेताब नजर आ रहे हैं। लेकिन द ग्रेट अन्ना शो के साथ एक परेशानी भी है। ये शो दरअसल शेर की सवारी कीतरह है जिसमें रोमांच तभी तक है जब तक आप इस पर सवार हैं। यू सर्टिफिकेट वाला ये शो हर कोई देख तो सकता है लेकिन इसे काबू में कोई नहीं कर सकता। दरअसल इस शो को द एंड के लिए तैयार ही नहीं किया गया। इस शो में हैप्पी एन्डिंग की शायद ज्यादा गुंजाइश भी नहीं, न ही द एंड पर फिर मिलेंगे का वादा है।
बहुत खूब....लेकिन इंतज़ार एंडिग का तो रहेगा....आशीष जी..
जवाब देंहटाएंआपका कहना सही है कि इसका कोई द एंड नहीं है... परन्तु क्या द ग्रेट अन्ना शो संसद के बाहर चलने से ज़्यादा सक्षम है... या फिर अगर वो संसद के भीतर चलता तो ज़्यादा बदलाव देखने को मिलता?????
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